गुलाब जल (Gulab Jal) का इस्तेमाल हिंदू धर्म में पूजा-पाठ में सीधे तौर पर प्रसाद या तिलक के रूप में तो नहीं किया जाता, लेकिन इसकी खुशबू और पवित्रता के कारण इसका परोक्ष रूप से पूजा में उपयोग किया जाता है।
कई पूजाओं में, खासकर हनुमान जी की पूजा में, चमेली के तेल का उपयोग करके दीपक जलाना शुभ माना जाता है.
माना जाता है कि हनुमान जी को चमेली की सुगंध बहुत पसंद है और उन्हें चमेली के तेल का दीपक चढ़ाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है.
आप चाहें तो सिर्फ चमेली के तेल का दीपक जला सकते हैं या फिर इसे घी के साथ मिलाकर भी जला सकते हैं.
पूजा में दीपक जलाना शुभ माना जाता है, और तिल का तेल पारंपरिक रूप से ज्योति जलाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कई तेलों में से एक है.
कुछ मान्यताओं के अनुसार, घी के दीए से सकारात्मकता और ज्ञान का भाव आता है, वहीं तिल के तेल का दीपक जलाने से negativity दूर होती है और शांति मिलती है.