सिंदूर का उपयोग पूजा में महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका देवी माँ दुर्गा और माँ पार्वती से गहरा संबंध है। यह माना जाता है कि सिंदूर लगाने से इन देवियों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और दांपत्य जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
विभिन्न देवी-देवताओं की पूजा में सिंदूर का उपयोग अलग-अलग तरीकों से किया जाता है:
- माँ दुर्गा और माँ पार्वती की पूजा: इन देवियों की पूजा में सिंदूर का विशेष महत्व है। सिंदूर को अक्सर इनकी मूर्तियों पर चढ़ाया जाता है और भक्त सिंदूर को अपनी मांग में लगाकर इनकी आराधना करते हैं।
- हनुमान जी की पूजा: हनुमान जी को चमेली के तेल के साथ सिंदूर चढ़ाया जाता है। ऐसा करने से संकटों से मुक्ति मिलने की मान्यता है।
- गणेश जी की पूजा: गणेश जी की पूजा में भी सिंदूर का उपयोग किया जाता है। उनकी मूर्ति पर सिंदूर लगाने के साथ ही, सिंदूर को चावल के साथ मिलाकर अर्ध्य चढ़ाया जाता है।
सिंदूर के अलावा, पूजा में अन्य सामग्रियों का भी उपयोग किया जाता है जैसे:
- फूल: विभिन्न रंगों के फूलों का उपयोग पूजा में भगवान को अर्पित करने के लिए किया जाता है।
- दीपक: दीपक जलाकर पूजा की जाती है, जिसका प्रतीक प्रकाश और ज्ञान से है।
- चावल: चावल को शुद्धता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसे भगवान को अर्ध्य चढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है।
- गंगाजल: गंगाजल को पवित्र जल माना जाता है और पूजा में इसका विशेष महत्व है।



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