पूजा में बुक्का (अभ्रक बुक्का) का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे अबीर के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू धर्म में पूजा के दौरान शुभ माना जाता है। यहां इसके कुछ कारण बताए गए हैं:
सुगंध: अभ्रक से प्राप्त बुक्का का लाल पाउडर हल्की सुगंध वाला होता है। माना जाता है कि यह पूजा स्थल के वातावरण को शुद्ध करता है और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है।
विभिन्न पूजाओं में उपयोग: बुक्का का उपयोग कई तरह की पूजाओं में किया जाता है, जैसे रुद्राभिषेक, गणपति पूजा, महालक्ष्मी पूजा आदि।
विवाहित महिलाओं का प्रतीक: कुछ क्षेत्रों में, बुक्का को विवाहित महिलाओं के सुहाग का प्रतीक माना जाता है। इसे देवी-देवताओं को चढ़ाना मांगलिक माना जाता है।
टीका लगाना: कभी-कभी, भक्तों को भी अपने माथे पर थोड़ा सा बुक्का लगाया जाता है। यह शुभ माना जाता है और आशीर्वाद का प्रतीक होता है।
हालांकि, कुछ बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है:
बुक्का लगाते समय साफ हाथों का इस्तेमाल करें।
आपको सिर्फ उतना ही बुक्का लगाना चाहिए जितना जरूरी हो।
कुछ लोगों को त्वचा संबंधी एलर्जी हो सकती है, इसलिए सावधानी बरतें।
मुख्य रूप से, पूजा में बुक्का का उपयोग शुभता और सकारात्मक ऊर्जा लाने के लिए किया जाता है। लेकिन इसका इस्तेमाल आपकी श्रद्धा और परंपरा पर निर्भर करता है।



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